भोजपुरी गजल-जब बसर होला।
भोजपुरी गजल-जब बसर होला।
केहु के नेह मे देह के ना खबर होला|
प्रेम के रोग ह ई बड़ा जहर होला|
केतनों समझावे केहु कबों ना मानेला|
बहक जाला कदम अइसन ई डहर होला|
प्यार तोहसे ना करी ई का कहलू तू|
चाहे करा रुसवा तनको ना असर होला|
दिहला काहे दिल तू बोला ये बिधाता|
निकसे ना केहु दिल जब उ ठहर जाला|
मिले प्यार मे धोखा ई का जरूरी बा|
खा के ठोकर भी ना केहु सुधर जाला|
बनल दुशमन जमाना राह मोहब्बत मे|
प्यार भइला के रूप ना उमर होला|
प्यार ना करी त का करी दुनिया मे|
बहे आँख से आँसू दिल केहु बसर होला|