मेरे जीवनसाथी
मेरे जीवनसाथी
हाँ मेरे जीवनसाथी बस मेरे हो तुम,
बस इतना सा वादा मुझसे निभाना;
हाथ में हाथ थामा है,जैसे आज तुमने,
यूँही ज़िन्दगी भर तुम कदम भी मिलाना;
सात फेरों से बाद होता है प्रेम गठबंधन,
है मिलजुलकर हमें अब जीवन बिताना;
प्यार और विश्वास दिल से कभी कम न हो,
एक-दूजे की कमियों को भी है अपनाना;
हाँ मेरे जीवनसाथी बस मेरे हो तुम,
बस इतना सा वादा मुझसे निभाना;
सुख दुःख तो आते जाते रहते ही हैं,
बस अपना ठौर मेरे दिल मैं बसाना;
सिर्फ एक नहीं मैं दो कुल की लाज हूँ,
तुम्हारा साथ ही मेरा एकमात्र खज़ाना;
नई है अब दुनिया नए हो गए सपने,
चल सजालें खुशियों भरा आशियाना;
हाँ मेरे जीवनसाथी बस मेरे हो तुम,
बस इतना सा वादा मुझसे निभाना।