बहना
बहना
सौभाग्य है उनका जिन्हें
बहनों का मिलता स्नेह है
जीवन उन्हीं का है सफल
बहनों पे अर्पण देह है।।
पग रेणु के संग में जिन्हें
आशीष बहनों का मिले
उनके ही घर के हर दिया में
फूल सुन्दर हैं खिले।।
सर्वस्व उन पर है समर्पित
जो बहन सत व्रत धरी
उनको नमन आशीष का
जो मैली चूनर न करी।।
उन पर नहीं यह लेख है
जिनकी कलंकित चारुता
कह दे चढ़ा दूं शीश को
जिनकी न डूबी पवित्रता।।
भाई बहन का पर्व यह
भाई बहन को नित हो शुभ
संकल्प इनका पूर्ण हो
कार्य कोई न हो अशुभ।।
उन भाइयों को है नमन
जो हर बहन को प्यार दें
नित लाज की रक्षा में
अपना सारा जीवन वार दें।।