प्रिय
प्रिय
मुझे उन राहों से जाने भी था
वियोग की स्थिति में संभलना भी था
मुझे मिलकर बहुत अच्छा लगा
गम ए सुख मिले बिछड़ना भी था।।।
मुझे उन राहों से जाने भी था
वियोग की स्थिति में संभलना भी था
मुझे मिलकर बहुत अच्छा लगा
गम ए सुख मिले बिछड़ना भी था।।।