भजन
भजन
बन के फूल रहूं चरणों में जग के दीन दयाल
मेरी बिनती सुन लो भगवन करदो बेड़ा पार।
बन के पायल बंध जाऊं मैं चरण कमल के साथ।
अपनी शरण में ले लो भगवन कर दो बेड़ा पार
बन के तिलक मैं लग जाऊं माथे पर तेरे नाथ
जन्म जन्म का नाता मेरा जुड़ जाए तेरे साथ l
बन के बंसी सज जाऊं हाथों में पालनहार
भवसागर से पार लगा दो करूं यही अरदास
बन के मोर का पंख सजाऊं तेरे सर का ताज
तेरी छवि पे वारी जाऊं देवकी नंदन लाल
बन के काजल बस जाऊं तेरे नैनो के साथ
मन का अंधेरा दूर करो रखो चरणों के पास
जीवन जोत जगाने वाले सुन लो मेरी पुकार
जीवन नैय्या पार लगा दो कर दो यह उपकार।