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Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Abstract

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Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Abstract

भाषाओँ का सम्मान

भाषाओँ का सम्मान

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हमारे रगों में

खून दौड़ने

लगता है

हम अपनी

मातृभाषा

को जंजीरों में

जकड़ा पाते हैं !


हरेक वर्ष हम

प्रतीक्षा में रहते हैं !

कब 'हिंदी दिवस'

आयेगाऔर हमें

फिर कब

मौका मिलेगा ?


जगह -जगह

अपनी नाटकीय

आक्रोश दिखायेंगे !

और अन्य भाषाओँ

को यदा -कदा

अछूत बताएँगे !


विदेशों में हिंदी

भाषण से लोगों

को भारमायेंगे

पर अपने बच्चों

को इंग्लिश

ही सिखायेंगे !


भारत की विभिन्य

भाषाएँ हम

सबके प्राण हैं

विश्व की भाषाओं को

भी सीखना

सबका सम्मान है !


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