भारत
भारत
आओ, हम अपने भारत को जाने...!
उत्तर दिशा में जम्मू-और-काश्मीर की
बर्फीले वादियों से
दक्षिण दिशा में कन्याकुमारी तक
भारत की मिट्टी ने
हम सबको मिलाया है !
निश्चय ही हमें अपने भारत की
विविधताओं से प्रेम है !
आओ, हम सब मिलकर
इस पावन भूमि को
स्वर्ग-सा सुंदर बनाएं...!
उत्तर से दक्षिण तक : पूर्व से पश्चिम तक :
पूर्वोत्तर भारत से हरेक क्षेत्र में
चलो, अपने आत्मनिर्भर देश का
परचम लहराएं...!
आओ, हम सब एकजुटता से
भारत देश का अमृत कलश
लेकर विकास के मार्ग पर
निरंतर चलते चलें...!
चलो, हम अपनी ध्येयमार्ग को
सशक्त करें--
हर मुश्किल का
हिम्मत से सामना करें...!
जो ऐतिहासिक धरोहर हैं
हमारे अखण्ड भारत के,
उनको सगर्व उजागर करें...!
आओ, हम पुनः भारत माँ को
विश्वगुरु का सर्वोच्च आसन
प्रदान करने का दृढ़संकल्प लें...!
चलो, हम निस्वार्थ भाव से
परहित में बेहतरीन कर्म करें...!
आओ, हम भारतीयता का
सही परिचय दें...!
चलो, हम अपने भारत को जाने...!
