SUNIL JI GARG

Abstract

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SUNIL JI GARG

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भारत की बदलती तस्वीर

भारत की बदलती तस्वीर

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ये नया साल बदलेगा 

भारत की तस्वीर

इसी साल बदलेगी 

हम सबकी तकदीर


आप बस वादा करें 

कि करेंगे तदबीर

नया साल फिर मनाएंगे 

जब उड़ेंगे अबीर


अब देश में रहा 

न गरीब न अमीर

क्योंकि कुछ फैसलों ने 

मिटा दी लकीर

बात तब ही बनेगी 

जब जिन्दा रहे ज़मीर


भारत का सिरमौर है 

दिल का एक फ़कीर 

उम्मीद तभी है उससे 

बड़ी खींचेगा वो लकीर। 



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