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R Rajat Verma

Abstract

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R Rajat Verma

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भाई

भाई

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बचपन के खूबसूरत लम्हें,

जब हम कैरम खेला करते थे,

बात - बात पे शर्त लगा के,

कभी न पूरी किया करते थे।


बड़े भाई इतने प्यारे,

कैसे हुआ करते थे,

हस्ते, मुस्कुराते, मन की बातें,

आपसे किया करते थे।


देख आपको, सीख आपसे,

जीवन की शिक्षा लिया करते थे,

ख़्वाब देखा जब बनने का कुछ,

आपसा बनने की कोशिश किया करते थे।


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