बेवफ़ाई
बेवफ़ाई
वफाओं का दरिया कभी रुकता नही,
कभी मोहब्बत में इंसान झुकता नहीं,
चुप हैं हम अपने किसी की खुशी के लिए ,
उन्हे लगता है दिल हमारा दुखता नहीं।
जख्म देते ही रहते हैं वो आड़ में प्यार के,
फर्क पड़ता नही उन्हे हम चाहे मर जाए प्यार में,
हर पल वो जताती है रहती वफा नाम का,
हम सहते ही रहते हैं, बेवफाई प्यार में।
