बेवजह
बेवजह
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छोड़ दीजिये उनको
जो गैर हो गये
मोड़ दीजिये खुद को
जो ठौर हो गये
साहब की बात हो
या संतरी कहीं
छोड़ दीजिये उनको
जो चोर हो गये
चोर तो चोर हैं
उन्हें दिन रात से क्या करना
रक्षक ही चोर हो जायें
फिर तहकीकात से क्या डरना
चोरी में भी मेहनत हो
फितरत कमाल है
चौकीदार चोर हो
ये भी तो बेमिसाल है