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बेज़ुबानशायर 143

Abstract Fantasy Inspirational

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बेज़ुबानशायर 143

Abstract Fantasy Inspirational

बेहतर बनाएं ये वर्ष

बेहतर बनाएं ये वर्ष

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क्या भईया बीत गया साल

हंसते गाते मुस्कुराते 

चला गया अपनी चाल

ले गया अपने संग किस्से और यादें पुरानी


छोड़ वही पुराने रूप रंग

बेरोज़गारी, आबादी 

बदलेगा नहीं कभी ये ढंग

कौन‌ लेगा इसकी जवाबदारी


भूल कर सब मना रहे 

नये साल का जश्न

मौज मस्ती खूब कर रहे

सारी समस्याओं को कर भग्न


दीवार से उतर‌ गया है 

पुराना, रंगहीन 2023 का कैलेंडर

और‌ उसी जगह टांग दिया गया

नया रंगीन 2024 का कैलेंडर


देखो भईया इस साल की नई सूरत

चमचमा रही बाहर से

अन्दर से हो चुकी पुरानी ‌मूरत

 आओ बनाएं बेहतर आज को।         ‌ 


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