दीपोत्सव
दीपोत्सव
संस्कृति का दीप लेकर।
विश्वास की बाती तेल में डुबोकर।
संकल्प की तीली से।
आत्मविश्वास की लौ जलाई है।
ज्योतिर्मय दीवाली आई है।
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माला का छोर अनंत हो।
एकता का न कभी अंत हो।
सोखकर तिमिर ज्ञान प्रकाश हो।
घर-घर में उल्लास हो।
सर्व हित में संस्कृति दीप हो।
जीवन की मुस्कान टिमटिमाती हो।
दिव्यता का हर पल आभास हो।
सत्य में आस्था सत्य के साथ हो।
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सबकी दुआएं मिलती रहे।
खुशियां यूं ही बढ़ती रहे।
दीवाली को सही अर्थ मिले।
हर चेहरे पर मुस्कान खिले।
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