बदलते मौसम में अच्छे स्वास्थ्य के लिए
बदलते मौसम में अच्छे स्वास्थ्य के लिए
इस बार मौसम ने कहर ढाया है।
पहले अतिशय गर्मी और उसके बाद बरसात में कहर बरसाया ये
बदलते मौसम का मंजर ये,
बूंदों की बाढ़ का कहर ये।
अतिवृष्टि से जलधाराएं फैलीं,
सड़कों पर बाढ़ के नक्शे खेलीं।
घर के चारों तरफ बाढ़ का पानी भर आया ये।
जहां था कल तक धूप का डेरा,
अब बस पानी-पानी का घेरा।
गांव-शहर सब हुए बेहाल,
पानी रोकता सबकी चाल।
लाखों लोग बेघर घर हो गए।
बाढ़ का पानी उनके घरों को ले डूबा।
बड़ौदा में जगह-जगह मगर निकल आए तो लोगों को बहुत डराया।
पानी उतरा तो बीमारी होने के
जल जमाव में बीमारियां फैलीं,
खतरों की कतारें लंबी चलीं।
डेंगू, मलेरिया, और जल की बीमारी,
घर-घर में बन गईं नई लाचारी।
मच्छरों से बचो, सफाई हो खास,
कूलर, टंकी, हर जगह रखो साफ।
कहीं भी पानी जमा ना रहे,
वरना डेंगू का डंक लगे।
मच्छरदानी का करो उपयोग,
या लगाओ क्रीम का प्रयोग।
मलेरिया से भी होगे दूर,
यदि रखो सफाई का भरपूर ।
उबालकर पियो पानी सदा,
जलजनित रोगों से बचेगा घर तब सदा।
साफ-सफाई रखो आसपास,
तभी बीमारी होगी बायपास।
ध्यान रहे, सतर्कता का रखो साथ,
तभी होगा जीवन में सुख का प्रभात।
बदलते मौसम को समझो साथी,
सुरक्षित रहना है,
ये है सच्ची बात
