बड़े अंदर तक घाव करतीं हैं वो बातें
बड़े अंदर तक घाव करतीं हैं वो बातें
बड़े अंदर तक घाव कर जाती है बातें उनकी
जब मां-बाप कहते हैं कि
पैदा होते ही मार दिया होता तो अच्छा होता
बड़े अंदर तक घाव कर जाती है बातें उनकी
जब रिश्तेदार कहते हैं कि
बेटियों को आजादी ना दिया होता तो अच्छा होता
बड़े अंदर तक घाव कर जाती है बातें उनकी
जब अपने ही कहते हैं
लड़कियों को इतना ना पढ़ाया होता तो अच्छा होता
बड़े अंदर तक घाव कर जाती है बातें उनकी
जब घरवाले कहते हैं कि तुमने किया ही क्या है
तब लगता है कि अपने सपनों का बलिदान
ना दिया होता तो अच्छा होता
घाव ही घाव है दिल के अंदर
अब लगता है कि
किसी से कुछ उम्मीद ही
ना किया होता तो अच्छा होता
