शहर का जीवन
शहर का जीवन
बेरंग होता शहर का जीवन
सुख शांति ना चैन यहाँ
ना हरियाली का नाम कहीं
वायु भी ना स्वच्छ यहाँ ||
पक्षियों की चहचाहट नहीं
झरनों की ना आवाज यहाँ
वाहनों की बस ध्वनि गूँजती
ना पल भर की भी शांति यहाँ ||
चकाचौंध सी जिन्दगी है
ना दिन-रात का फर्क यहाँ
एकल हो सब जीवन जीते
ना परिवारवाद की सौगात यहाँ ||
अपनी जिंदगी में सब व्यस्त है
रहते आस-पड़ोस से अंजान यहाँ
कितनी बड़ी कोई घटना घट जाए
ना किसी को खबर यहाँ ||
मशीन के जैसी जिन्दगी सबकी
सुबह से शाम तक सब व्यस्त यहाँ
दिन चढ़ते सब घर से निकले
ना रात को भी आराम यहाँ ||
