उत्तम खाद पानी से, लें पालन अधिकार। उत्तम खाद पानी से, लें पालन अधिकार।
बहुत चालक बनते हो भिखारी, नौटंकी करते सुना अपनी लाचारी बहुत चालक बनते हो भिखारी, नौटंकी करते सुना अपनी लाचारी
ना समझ थे हम सुनो हां हम फकत थे मोहरा क्यों? धुंधला सी गई है अंबर की ये नीलम चादर क्या च... ना समझ थे हम सुनो हां हम फकत थे मोहरा क्यों? धुंधला सी गई है अंबर की ये...
फिर भी एक तत्व मेरा रह जाएगा इसी दुनिया में तुम्हारे भीतर समाया हुआ ह्रदय के किसी कोने में..... फिर भी एक तत्व मेरा रह जाएगा इसी दुनिया में तुम्हारे भीतर समाया हुआ ह्रदय के कि...
तब धीरे-धीरे जल उठेगा धू-धूकर आग। तब धीरे-धीरे जल उठेगा धू-धूकर आग।
प्रकृति को आनंदित करती है, प्रफुल्लित करती है। प्रकृति को आनंदित करती है, प्रफुल्लित करती है।