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संदीप सिंधवाल

Romance

3  

संदीप सिंधवाल

Romance

बात दिल को छू गई

बात दिल को छू गई

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दिलासा देने की वो बात दिल को छू गई

सपने दिलाने की वो बात दिल को छू गई।


अपने नाम का वजूद ना था शायद पहले

कसमें खाने की वो बात दिल की छू गई।


तुम अकेले बदनाम ना होते इस जमाने में

मुझसे जुड़ने की वो बात दिल को छू गई।


याद नहीं मैंने कब पूछा कि तुम ठीक हो

मुझसे पूछने की वो बात दिल को छू गई। 


सलामत ही रहेगा 'सिंधवाल' हो कहीं भी

दुआ मांगने की वो बात दिल को छू गई।


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