बाहों में उठा लू
बाहों में उठा लू


बाहों में तुझे उठा लू ऐसे
दर्द मीठा जगा दूँ ऐसे
लबों पे तेरे कशिश हो ऐसी
स्पंदन अजब सी उठे कुछ ऐसी
बेसब्र सा होकर तुझे प्यार करूँ
अपने से ज़्यादा एतबार करूँ
तेरी रोम रोम जगा दूँ ऐसे
तुझे जन्नत यही दिखा दूँ ऐसे
बाहों में तुझे उठा लू ऐसे
दर्द मीठा जगा दूँ ऐसे
लबों पे तेरे कशिश हो ऐसी
स्पंदन अजब सी उठे कुछ ऐसी
बेसब्र सा होकर तुझे प्यार करूँ
अपने से ज़्यादा एतबार करूँ
तेरी रोम रोम जगा दूँ ऐसे
तुझे जन्नत यही दिखा दूँ ऐसे