पुष्प का प्यार
पुष्प का प्यार
मैंने पुष्प से पूछा, तू इतनी खुश क्यों है,
मुस्कराते बोली, मेरे प्यार के लिए खुश हूँ,
मेरे यार को देख मैं बहुत ही खुश हूँ,
मैंने पुष्प से पूछा, तू इतनी खुश क्यों हैं ।
बोली मुझे अपना यार, प्यार मिला है
दिल में बसाने वाला मेरा यार मिला है,
यूँ तो लाखों महोब्बत किया करते हैं,
सच्चा कुछ प्यार को धोखा दिया करते हैं,
कुछ चेहरे को बदलकर मिला करते हैं,
मैंने पुष्प से पूछा, तू इतनी खुश क्यों है,
मुस्कराते बोली, मेरे प्यार के लिए खुश हूँ,
मेरे यार को देख मैं बहुत ही खुश हूँ,
मैंने पुष्प से पूछा, तू इतनी खुश क्यों हैं ।
बोली मुझसे, सबकों मेरा रूप पसंद आया है,
बोली, लोग मेरे रंग को केवल पसंद करते हैं,
मेरे मन को देख न कोई चाहने वाला आया हैं,
न ही मेरे दिल की बात समझनेवाला मिला हैं,
मतलबी इस दुनिया में अपना कोई न मिला हैं,
मैंने पुष्प से पूछा, तू इतनी खुश क्यों है,
मुस्कराते बोली, मेरे प्यार के लिए खुश हूँ,
मेरे यार को देख मैं बहुत ही खुश हूँ,
मैंने पुष्प से पूछा, तू इतनी खुश क्यों हैं ।

