हालातों ने मेरा मुझसे वह बचपन छीन लिया और एक नन्हे से फूल को पत्थर का बना दिया !! हालातों ने मेरा मुझसे वह बचपन छीन लिया और एक नन्हे से फूल को पत्थर का बना दिय...
दो जिस्म पर एक रूप होते हैं। दो जिस्म पर एक रूप होते हैं।
दुनिया हो अस्त-व्यस्त हम मस्त ही रहते हैं ! दुनिया हो अस्त-व्यस्त हम मस्त ही रहते हैं !
एक प्रेरणादायक कविता। एक प्रेरणादायक कविता।
बैठूँ हर रोज़, कुछ देर इस चमन में, चुन लूँ कुछ फूल, और गुलदस्ता बना लूँ...! बैठूँ हर रोज़, कुछ देर इस चमन में, चुन लूँ कुछ फूल, और गुलदस्ता बना लूँ...!
मैं निर्बल नहीं, खत सी खुशियां भी बिखेर सकती हूं। मैं निर्बल नहीं, खत सी खुशियां भी बिखेर सकती हूं।