और क़रीब
और क़रीब
देखना
कभी
फुर्सत में
तुम अब
कम उम्र
नादान
और
हैंडसम
नहीं हो
और ना ही
मैं
शर्मीली बाला
नाज़ुक सी
कलाई वाली
खूबसूरत
लड़की
अब
हम दोनों
परिपक्व
हो गये हैं
ढलती उम्र के
अनमोल
सौंदर्य से
परिपूर्ण
एक वृद्धा हैं
जिन्होंने
जिया है
अपना
सम्पूर्ण
जीवन
और
भरपूर
जिया है
तृप्ति
और
संतुष्टि के
भाव से
दमकता
चेहरा
ओजस्वी तेज़
और
अलौकिक
मुस्कान से
सुसज्जित
दिव्य शक्ल
हमें
एक दूसरे को
खींचने
लगता है
और करीब

