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BINAL PATEL

Action Classics

4.2  

BINAL PATEL

Action Classics

अटूट रिश्ता

अटूट रिश्ता

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एक कागज़ और कलम के साथ सफर शुरू किया है,

कोई पूछे की क्या मिला है? क्यों मन इसमें परोया है ? 


शब्दों को पढ़कर-लिखकर हमने आपने आपको पाया है,

सभी रिश्तो में, मेरा मुझसे भी एक अटूट नाता मेने बनाया है।

  

रोज़ कुछ नया सीखने-लिखने की उम्मीद ने उत्साह बढ़ाया है,

खुद को रोज़ थोड़ा बहेतर बनाने की बात में ही सुकून पाया है।’


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