मेरा यक़ीन
मेरा यक़ीन
मेरा यक़ीन
'कोई चुप नहीं रहेगा, गुलामी नहीं करेगा,
किसी की बेफिज़ूल की बातें नहीं सहेगा,
जीवन का हर एक सफर सच की राह पर चलेगा,
उम्मीद ही नहीं, यक़ीन है की वो सब सही करेगा,
मुश्किल ज़रूर है, रास्ता वो खुद दिखता रहेगा,
इस कलयुग में इंसानियत को वो भूलने नहीं देगा |'
