अश्क...😢
अश्क...😢
बड़े बेगाने थे वह जिनके लिये यह अश्क बह रहे
कदरते फिजओ की वजह होगी जो यह बरस रहे
बड़े वाकिफ थे वह जिनके हम राज ए हमराज रहे
गुजर गयी वो सूनी राह जिनके साथ को तरसते रहे
ना कर ये गुनाह जिंदगी के लिये अश्क भी अपने न रहे
जिनके लिये हम अनजान हुए, उनके लिये बहते रहे