STORYMIRROR

Surendra kumar singh

Drama

3  

Surendra kumar singh

Drama

अरे वाह

अरे वाह

1 min
12.3K

एक पुरानी कहानी

इन्हें देखकर याद आ रही है


जैसे कोई सुनता है

जैसे कोई बोलता है


जैसे कोई सुनता है

पर हमने देखा है


एक ही बोलता भी है

सुनता भी है

देखता भी है


वो सब जो ये नहीं देखते हैं

नहीं सुनते हैं

नहीं बोलते हैं

सिर्फ एक।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama