STORYMIRROR

Kusum Sharma

Drama

3  

Kusum Sharma

Drama

अनकहे रिश्ते

अनकहे रिश्ते

1 min
354

पांच सितारा होटल का सुख मिलता क्या चौबारों में

खोया हमने निजपन का सुख रहकर के परिवारों में।


आजादी का मतलब कैसे समझाएं सबको बोलो

आज्ञा ले लो दादा जी की फिर घर की कुंडी खोलो

निजपन की बारह बज जाती इन शामिल परिवारों में।

पांच सितारा-------


लिव इन में रहकर देखेंगे ब्याह बाद में कर लेंगे

परखेंगे पहले हम उसको उसकी खामी देखेंगे

एक नहीं तो फिर दूजे संग छाएंगे अखबारों में।

पांच सितारा---------


रोक टोक में रहें भला क्यों आजादी हमको प्यारी

माँ पापा दादा दादी की फ़ौज हमें लगती भारी

खुल्लम खुल्ला प्यार करेंगे घूमेंगे बाजारों में।

पांच सितारा------।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama