अनकहे रिश्ते
अनकहे रिश्ते
पांच सितारा होटल का सुख मिलता क्या चौबारों में
खोया हमने निजपन का सुख रहकर के परिवारों में।
आजादी का मतलब कैसे समझाएं सबको बोलो
आज्ञा ले लो दादा जी की फिर घर की कुंडी खोलो
निजपन की बारह बज जाती इन शामिल परिवारों में।
पांच सितारा-------
लिव इन में रहकर देखेंगे ब्याह बाद में कर लेंगे
परखेंगे पहले हम उसको उसकी खामी देखेंगे
एक नहीं तो फिर दूजे संग छाएंगे अखबारों में।
पांच सितारा---------
रोक टोक में रहें भला क्यों आजादी हमको प्यारी
माँ पापा दादा दादी की फ़ौज हमें लगती भारी
खुल्लम खुल्ला प्यार करेंगे घूमेंगे बाजारों में।
पांच सितारा------।