अमरत्व
अमरत्व
कुछ काम करो कुछ नाम करो
कहते हैं मैथिलीशरण गुप्त जी
भगवान से प्रार्थना करते हैं कुछ लोग
परिवार को प्यार से पालन करते हैं कुछ लोग
दुनिया भर घूमते हैं कुछ लोग
दोस्तों से हँस मजा जीवन बिताते हैं कुछ लोग
पत्र -पत्रिकाओं लिखते हैं कुछ लोग
मंच पर भाषण करते हैं कुछ लोग
खिलाड़ी होते खेलते हैं कुछ लोग
भिन्न-भिन्न स्वादिष्ट भरे खाने खिलाते हैं कुछ लोग
पर....
इन लोगों के बीच
जो अपने तन -मन- धन
सभी जीव- जंतुओं को समर्पित
सेवा करते हैं
वही अमृत्व पाते हैं।
