प्रश्न पूछती स्त्रियाँ
प्रश्न पूछती स्त्रियाँ
अक्सर प्रश्न पूछती स्त्रियाँ
तर्क करती स्त्रियाँ
विचार करती स्त्रियाँ
राय बताती स्त्रियाँ
सिर्फ़ किताबों में
कहानियों में
फ़िल्मो में लोगों
को बहुत अच्छी लगती हैं
पर घर की स्त्रियों के लिए
अभी भी सबके बीच में बोलना !!
सबके बीच में ठहाका लगा कर हँसना
सबके बीच में अपनी बात रखना
बहुत अच्छा नहीं माना
जाता है
अपने मन की बात करना
अपनी रुचि से काम करना
अपने ढंग से जीवन जीना
सिर्फ़ सिद्धांतो में आदर्शों में
कल्पना में रोमानी दुनिया में ही
अच्छा माना जाता है !
अभी भी यथार्थ के धरातल पर
स्त्रियों के लिए जो मानदंड निर्धारित हैं
वह कहीं न कहीं उसके सम्पूर्ण व्यक्तित्व
के गुणों को निखारने में काम नहीं आते
काश कि मानसिकता में हो बदलाव
स्त्री के प्रति घर के बाहर और घर के भीतर भी
हो अच्छे विचार तभीचलेगी परिवर्तन की बयार
तभी होगा समाज का हर परिवार खुशहाल
क्योंकि वह परिवार की महत्वपूर्ण कड़ी है।