The Stamp Paper Scam, Real Story by Jayant Tinaikar, on Telgi's takedown & unveiling the scam of ₹30,000 Cr. READ NOW
The Stamp Paper Scam, Real Story by Jayant Tinaikar, on Telgi's takedown & unveiling the scam of ₹30,000 Cr. READ NOW

Amol Nanekar

Drama

3  

Amol Nanekar

Drama

अलविदा

अलविदा

1 min
428


हम यहाँ से निकले तो हम बहक जाएंगे

सचमुच अब हम भी कहीं पे छलक जाएंगे।


मैंने सिर्फ अलविदा कहाँ हैं दोस्तों

मुझे कहाँ पता था आज आसूँ भी चमक जाएंगे।


आज बहुत कुछ कहने वाले थे हम

पर सोचा सुनते सुनते आप भी थक जाऐंगे।


जाते जाते हर एक जख्म भर जाएगा

पर आप सबकी यादों में हम सच में ढक जाऐंगे।


इतने साल हमनें साथ बिताये 

अब बोलने से क्या फायदा हम थोड़ा रुक जाऐंगे।


इस सल्तनत से हम निकले जरूर हैं

पर दोस्तों आपके सिवाय हम आगे जाएंगे।

तो सचमुच हम कहीं और भटक जाएंगे।


Rate this content
Log in

More hindi poem from Amol Nanekar

Similar hindi poem from Drama