अकेला इंसान
अकेला इंसान


किसके लिए डाले
स्टेटस किसके लिए ऑनलाइन आये
खुदा कोई ऐसा शख्स तो बना
जिसकी यादें हमें भी सताए
करती रहे वह चैटिंग रात भर हमसे
खुद भी ना सोए और हमें भी वह जगाये
किस के लिए डाले स्टेटस
किसके लिए ऑनलाइन आए
बांटे हमारी खुशियाँ उससे
कभी उसकी हम खुशियों में झूम जाए
कहे वह हमें सोना डियर बाबू
कभी हम उसे बेटू तो कभी जानू कह कर बुलाए
किसके लिए डाले स्टेटस
किसके लिए ऑनलाइन आये
रोने ना दे जिंदगी में कभी उसे हम
भीगी बारिश में वह हमारे आँसू पहचान जाए
बस देखता रहूं मैं स्टेटस उसके
वह हर वक्त ऑनलाइन मेरी डीपी देखने आये
किसके लिए डाले स्टेटस
किसके लिए ऑनलाइन आये
खुदा कोई ऐसा इंसान तो बना
जिसकी यादें हमें भी सताए।