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Veena Mishra ( Ratna )

Tragedy

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Veena Mishra ( Ratna )

Tragedy

अजन्मा (Abortion)

अजन्मा (Abortion)

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अभी तो साँसे बन रही थी,

उँगलियाँ आकार ले रही थी।

कदमों में न जान थी,

न बनी कोई पहचान थी।

तेरा ही अंश थी या कोई बेबसी,

बता माँ क्यूँ रह गई मैं अजन्मी ।

मेरे जन्म से क्या तुम हो जाती कलंकिनी ?

मैं था आपकी मजबूरी या लाचारी,

तेरी मस्ती थी या पिता की खुमारी।

गूँजने से पहले निगल गए मेरी किलकारी,

आखिर मुझे अजन्मा होने की क्यों सजा दी ?



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