अजनबी तेरा एतबार
अजनबी तेरा एतबार
अपनी उम्र काट दी हमने भरोसे पर आपके,
और आपने इस भरोसे पर ही वार किया था,
ये आंखें बस आपका ही रास्ता देखती रही,
पर आपने ना कभी मेरा एतबार किया था I
अक्सर आंखें बंद करके आपको ही देखता ,
जब आपने ख्वाबों को दरकिनार किया था,
आप तो सामने आकर भी कहीं दूर चले गए,
बस हर पल आपका हमने इंतजार किया था I
मेरी ख्वाहिश ,मेरी जिंदगी बन गए थे आप,
पर आपने तो हमसे इश्क आधा ही किया था,
हम प्यार का इज़हार करते ही रह गए आपसे,
आपने तो जैसे चुप रहने का इरादा किया था I
आपने समझा नहीं कभी मेरी भावनाओं को,
हमने तो प्यार आपसे बहुत ज्यादा किया था,
पर जिंदगी में बस अब फासले ही रह गए हैं,
मिलने का आपने झूठा वो वादा किया था I