अब कैसी हो
अब कैसी हो
जिंदगी में पास जाकर भी बहुत दूर से देखता हूँ,
ज़ब कभी हद से ज्यादा मैं उसको याद करता हूँ..
कुछ ऐसे हालात बने क़ि उनसे मोहब्बत हुई,
फिर कुछ दौर ऐसा गुजरा जिंदगी तबाह हुई..
वो जिंदगी बन गयी थी,
प्यार में अपनी हो गयी थी
मगर अफ़सोस वो एक दिन
गैरों में जाकर गैर हो गयी थी..
भूलकर भी नहीं पूंछूँगा क़ि अब कैसी हो ,
बस ख़ुश ही रहना तुम मेरी जिंदगी हो..