दिल से बंधी एक डोर..
दिल से बंधी एक डोर..
दिल से बंधी एक डोर
जो दिल तक जाती है..
प्यार के बन्धन बांधे जाती है।
इंसान का रिश्ता एक बार किसी से जुड़ जाता है..
फिर वो कभी टूटता नहीं है..
जीवन भर वो डोर अपने जीवन से बंधी रहती है..
मरने के बाद ही टूटती है..
रिश्तों का खयाल दिल से रखे..
आपका दिल हर एक से छोटे मोठे बन्धन से जुडा है !
ख्याल रखें आपका भी अपना भी..
आपका दिल हम सब से जुड़ गया है..
हम सब एक परिवार की तरह है;..
कभी ये परिवार ना टूटने पाए ! ये रिश्ता कभी मिटने ना पाए..
जीवन में अकेले जीना एक सच्चाई है..
पर उस हकीकत में हमने अपनी दुनिया बनायी है..
आना जाना जीवन में सब ऊपर वाले का खेल है..
खाली हाथ आया है खाली हाथ जायेगा..
पर रिश्तों की बुनियाद में अपने अच्छे कर्म में रिश्तों में ही नाम पायेगा !
ये जीवन तो एक आनी जानी है..
यही जीवन की रवानी है..
भर ले सुख का थैला जी ले अपना निस्वार्थ जीवन..
दुख आने पर परिंदा भी लोट जाता है..
किस्मत का लिखा यही पर चुकाना पड़ता है !
अच्छे कर्म का फल अच्छा ही मिलता है..
बाकी किस्मत का खेल ऊपर वाले के हाथ है. प्रार्थना ही जीवन है..
यही प्रभु मिलन का त्रिवेणी संगम है..
लिखती हूं ..
कुछ उलझुलूल बाते दिल पर ना लगाना..
आपकी हर कामना पूरी हो..
यही है..
हमारी भगवान से प्रार्थना ! सुखी रहो खुश रहो..
आने वाला हर पल आपके कामयाबी की और बड़े !
और सफलता आपके कदम चुने !