आसमां भी वही रहता होगा
आसमां भी वही रहता होगा


जग नया नहीं होता,आसमान
भी वही रहता होगा,जब किसी
का किसी से ब्रेकअप होता होगा।
ना दिन रात से बिछड़ती है
ना हवाएं चलनी बंद होती हैं,
खुशबू भी साथ नहीं छोड़ता गुलों का।
ना सांस ने ही विछोरा देह को,
फिर क्यूं इंसान ही इंसान का
साथ एक झटके में छोड़ता है।
दुसरे इंसान का साथ पाने की
क्या इतनी ललक होती होगी,
यह सिलसिला चलता ही रहता होगा।
उसके लिए रिश्ते बनाना तोड़ना
मानों कुछ रह ही ना गया होगा।