आरजू
आरजू
तुम मेरी हसरतों में हो, तुम मेरी चाहतों में हो,
हमारी आरजू है हो तुम्हारी हसरतों में हम।
सजाए ख्व़ाब जो मैंने, तुम्हें पाने की चाहत में,
सजाओ तुम भी ऐसा, कोई ख्वाब मेरी चाहत में।
तुम्हारी रातों में हो हम, तुम्हारे गीतों में हो हम
हमारी आरजू है हो तुम्हारी हसरतों में हम।
ना वादे है कोई ना, प्यार की 'इन्दु' कोई रस्में
तुम्हारे दिल मे दस्तक दे, मेरी बातें मेरे नग्मे।
तुम मेरे चाँद बन चमको, तुम्हारी चाँदनी हो हम,
हमारी आरजू है हो तुम्हारी हसरतों में हम।