आंखों से बातें होने लगी.....
आंखों से बातें होने लगी.....
बसा हो सपना जो तेरा इन आंखों में
नींद ना आए, पर आंखें सोने लगी हैं
साथ तेरा हो जो जन्मो जन्मो का यूं
हाथ थामे हम जो, राहें चलने लगीं हैं
तकती रहो तुम मुझे ऐसे ही बेवजह
और आंखों से बातें अब होने लगी है
बहुत दूर हैं, अभी हम, तो क्या हुआ
पल हर पल ये फासले घटने लगे है
सांसें भी चलती हैं, तेरे साथ, कुछ यूं
अनकही सी ये कहानी बनने लगी हैं
तकती रहो तुम मुझे ऐसे ही बेवजह
और आंखों से बातें अब होने लगी है।

