दिल की बातें
दिल की बातें
तुम्हारे एक नजर से मेरा दिल थम जायेगा
तुम्हारे मुस्कुराने से मेरा समय रुक जायेगा
तुम्हारे छूने से मेरा हर एक अंग गंगा में बह जायेगा
हँस मत पगले प्यार हो जायेगा....।
"और जब प्यार हो गया....."
वो प्यार इतना सच्चा था कि सत्य हरिश्चंद्र भी दंग रह गये
उनके एक नजर कि इन्तजार मे हम तरसते रह गये
और जब एक दिन वो हमारे दामन मे सर झुकाकर आ गये
तो हमारी दिल की बातें आखों की नमी बनकर आ गये।
दुनिया कहती रह गई कि ये कैसा पागलपन है
तो हमने भी दुनिया से कह दिया की ये पागलपन नहीं मोहब्बत है