आज कि नई नारी....
आज कि नई नारी....
इरादें बुलंद है उसके भी,
देखने में सुंदर प्यारी हैं...
नए भारत की तरह बुलंद,
आज की नई नारी हैं....
ज़रूरत नहीं इन्हें अब सहारे की,
दम है इनकी हर बात में,
जो पाया है खुद से कमाया है,
नही मिला किसी खैरात में...
चांद तक तो पहुंच ही गई हैं,
अब उसके आगे जाने की तैयारी है....
नए भारत की तरह बुलंद,
आज की नई नारी हैं...
