गुलाब
गुलाब
मत छेड़ो उस गुलाब को ,
कांटो से भरा रहता है वो,
गुल से भरा रहता गुलाब ,
कांटो में बना है सरताज।
फूलों का राजा कहलाता है ,
बिन उसके ना प्रेम हो पाता है,
हर जगह है उसका बोलबाला,
जन्म से लेकर मृत्यु चढ़ता है ।
हर शख्स को है ये भाता,
नया सबक भी सिखलाता,
प्यार से जो ना छुए उसको,
कांटो से दंड दिलवाता ,।