आ भी जाओ साथी मन के
आ भी जाओ साथी मन के
साथ उड़े उन्मुक्त गगन में
खुशहाली छा जाए चमन में
हम पंछी एक आंगन के
आ भी जाओ साथी मन के
कब तक इतना शरमाओगे
दिल को कब तक तरसाओगे
दिखलाओ सब रंग जीवन के
आ भी जाओ साथी मन के
दिन, बरसों मुश्किल से बीते
तुम बिन हम घुट घुट के जीते
आज़ाद करो पंछी विरहन के
आ भी जाओ साथी मन के