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जिसमें हर पल हसीन और खुशनुमा जिसमें हर पल हसीन और खुशनुमा
बचपन से बुढ़ापे तक प्रिय साथी है किताब। बचपन से बुढ़ापे तक प्रिय साथी है किताब।
पतंगों और पंछियों को साथ लेकर कभी आंधियों में बिखेर देता संसार पतंगों और पंछियों को साथ लेकर कभी आंधियों में बिखेर देता संसार
हां! खबरों की शक्ल में अखबार हैं हम मजदूर ही तो हैं हम... हां! खबरों की शक्ल में अखबार हैं हम मजदूर ही तो हैं हम...
चोटिल पैर भले हो जाए हाथ थाम संभलते रहना। चोटिल पैर भले हो जाए हाथ थाम संभलते रहना।
सुंदरता को देख तुम्हारी दर्पण का मन डोल रहा है! सुंदरता को देख तुम्हारी दर्पण का मन डोल रहा है!
जीवन में ताने बाने, परिवार के इर्द गिर्द बुनती जाती हो तुम नारी ही हो ना... जीवन में ताने बाने, परिवार के इर्द गिर्द बुनती जाती हो तुम नारी ही हो न...
अब नहीं मिलता ग्रीष्मावकाश वो दिन लौट आए फिर काश । अब नहीं मिलता ग्रीष्मावकाश वो दिन लौट आए फिर काश ।
ख्वाब कई पाले है मन में नई नई आशा जीवन में नेह ह्रदय का घुलने दो। ख्वाब कई पाले है मन में नई नई आशा जीवन में नेह ह्रदय का घुलने दो।
लिए सच की राह पे चलते रहते नित सूरज का ताप लिए। लिए सच की राह पे चलते रहते नित सूरज का ताप लिए।