किताब
किताब
ज्ञान, रुचि, मनोरंजन कह लो या प्यार
इसी में है सभी बातों का सार
कोई जिज्ञासा हो या शंका
किताबों से मिलता समाधान
आनंद और उम्मीदों के साथ
किताबों का है अपना अलग संसार
किताबों के बिना जीवन अधूरा
बचपन से बुढ़ापे तक प्रिय साथी है किताब।
ज्ञान, रुचि, मनोरंजन कह लो या प्यार
इसी में है सभी बातों का सार
कोई जिज्ञासा हो या शंका
किताबों से मिलता समाधान
आनंद और उम्मीदों के साथ
किताबों का है अपना अलग संसार
किताबों के बिना जीवन अधूरा
बचपन से बुढ़ापे तक प्रिय साथी है किताब।