मेरे हमराही
मेरे हमराही
ज़िंदगी की किताब में
लिख दिया तुम्हारा नाम
तुमसे हैं सुनहरी सुबह
तुम्ही से महके हर शाम।
मायने खूब रखता हैं
कुछ लम्हें साथ होना
जन्मदिन मनाने के लिए
खिले मन का हर कोना।
स्नेहमयी मधुर गीत सा
प्यार बरसेंगा जीवनभर
एहसास वो अपनेपन का
खुशियों के रंगों से भरकर।
दुनिया चाहे रुठे हमसे
इसका कोई भी ग़म नहीं
हमसे ना कभी तुम रुठना
बिन तेरे हम कुछ नहीं।
मेरे हमराही जीवन के
किया उम्रभर का वादा
कयामत तक देंगे साथ
ग़म हो कितने भी ज्यादा।
दुआ यही करते हैं हम
अरमान हो पुरे दिल के
ज़िंदगी के इस सफर में
आगे बढ़ेगें हम मिल के।
सजे सुहानी यादों से
जीवन का ये आकाश
अनगिनत मिले दुआएँ
फैले कीर्ति का प्रकाश।