वो मुस्काते नहीं !
वो मुस्काते नहीं !
वो मुस्काते नही, पर कुछ बताते भी नही !
साथ चलते तो है , पर कुछ जताते भी नही !!
न जाने किस असमंजस मे खोये-खोये से रहते है वो!
बाते करते तो है,पर कुछ सहमे-सहमे से रहते है वो !!
न जाने ऐसा कौन सा दर्द छुपा रखा है दिल मे !
जब पूछो उनसे तो, वो नजरे मिलाते भी नही !!
कुछ कहना तो चाहते है , वो रुक कर !
पर जुबा पर अपने शब्दों को, वो लाते भी नही !!
दिल मे मेरे एक अजीब सी हलचल रहती है !
सारी रात तो करवट बदल कर कटती है !!
वो चैन से सोते नजर आते तो है !
पर सच पूछो तो,वो भी घबराकर उठ बैठ जाते तो है !!
बहुत कोशिशे की ,उनके दिल के राज को जान जाऊ !
बहुत मिन्नते की ,उनके हर दर्द को अपने सीने मे उतार जाऊ !!
आज मैने मन बना रखा है की , उनके हर दर्द को जान जाऊंगी !
कल सुबह जब वो उठे तो, उनको मुस्काते हुएे देख पाऊँगी !!