दिल की गुजारिश
दिल की गुजारिश
तुम भूल जाओ हमें मगर
भूलने की वजह तो बताओ
बिना कसूर किये ही हमें
सजा ना सुनाए जाओ
इन लबो की मुस्कुराहटों को
सिसकियों से ना सजाओ
तुम हमेशा मेरे सपनो में रहोगे
उन सपनो को कोई यादें न बनाओ
ऐसा दगा ना करो प्यार से हमारे
इस दिल की गुजारिश तो सुन जाओ