खुदगर्ज सनम
खुदगर्ज सनम
बदलते मौसमों की क्या बात करें
हमने खुद उनको बदलते हुए देखा है
जिनकी चाहत में हम खुद भूला दिए
उन्हें हमने गली का रास्ता बदलते देखा है
बेवफा उन्हें हम कह नहीं सकते
क्योंकि वफ़ा की उनकी फितरत ही न थी
खता तो हमारी ही कहलाएगी
किसी खुदगर्ज को हम सनम समझ बैठे।