न करो
न करो
गोरी तू ऐसे मुस्कुराया न करो,
यु दिल पे बिजलियां गिराया न करो।
मेरे ख्वाबो में हरपल तू आया न करो
मेरी रातों की नींद उड़ाया न करो।
यूँ जुल्फें अपनी लहराया न करो,
तन्हा से दिल को धड़काया न करो।
छुप छुप के नजरें मिलाया न करो ,
गुमसुम सी ख्वाहिशों के पंख लगाया न करो।
यूँ बारिश की बूंदों में खुद को भिगाया न करो,
हम दीवानों के दिल को आग लगाया न करो।