STORYMIRROR

Parul Agarwal Mittal

Romance

3  

Parul Agarwal Mittal

Romance

केवल तुम

केवल तुम

1 min
202

तुम और मैं 

यानि कि सिर्फ हम

निस्वार्थ चाहे जा रहे

एक दूसरे में खोकर एक दूसरे को

फिर भी नितांत खालीपन हो जीवन में जैसे

जैसे कि तुम सिर्फ तुम हो और मैं सिर्फ तुम ही हो

फिर केवल तुम ही बचे इस रिश्ते में ,

मैं खो सी गई कहीं जैसे हम

शिकायत भी तो नहीं

शिकवा भी नहीं

क्योंकि तुम 

मुझमें रहे

हमेशा



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance